Wednesday 8 November 2017

दुर्गासप्तशती के ये 5 चमत्कारी मंत्र तंगहाल को भी कर दे मालामाल

आप भी अगर पैसों की जरूरत को पूरी करना चाहते हैं, घर-परिवार में खुशहाली चाहते हैं, या फिर कार्यक्षेत्र में तरक्की चाहते हैं,तो जानिए दुर्गासप्तशती के ऐसे ही 5 चमत्कारी मंत्र व देवी पूजा का आसान तरीका, जो घर-परिवार को खुशहाल कर देते हैं।
सुबह-शाम स्नान के बाद लाल वस्त्र पर विराजित देवी लक्ष्मी या दुर्गा की तस्वीर पर कुंकुम, अक्षत, लाल फूल अर्पित करें। माता को गाय के घी से बने पकवानों का भोग लगाएं। धूप व दीप जलाकर बताए जा रहे मंत्रों का स्मरण हाथ में लाल फूल व अक्षत लेकर करें। मंत्र जप करें तो कम से कम 108 बार करना भी बहुत शुभ होता है। जानिए किस विशेष इच्छा के लिए कौन सा मंत्र चमत्कारी सिद्ध होगा-
भाग्य बाधा दूर करने व सौभाग्य की कामना से इस मंत्र का स्मरण करें-
देहि सौभाग्य आरोग्यं देहि में परमं सुखम्।
रूपं देहि जयं देहि यशो देहि द्विषोजहि।।
आप अगर अभाव, दरिद्रता या दुःख से घिरे हुए हैं, तो इनसे निजात पाने के नीचे लिखा देवी मंत्र जरूर बोलें-
ॐ दुर्गे स्मृता हरसि भीतिशेषजन्तोः स्वस्थैः स्मृता मतिमतीव शुभां ददासि।
दारिद्रयःखभयहारिणि का त्वदन्या सर्वोपकारकरणाय सदार्दचित्ता।।
कोई भी विशेष कामना या सुख की चाहत व घर-परिवार की खुशहाली के लिए हर परिजन इस मंत्र का स्मरण करें-
ॐ सर्वमंगल मांगल्ये शिवे सर्वार्थसाधिके।
शरण्ये त्रयम्बके गौरी नारायणी नमोस्तुते।।
तन, मन हो या धन, हर तरह से बलवान व संपन्न बनने के लिए इस देवी मंत्र का ध्यान बड़ा ही मंगलकारी सिद्ध होता है -
ॐ सृष्टिस्थितिविनाशानं शक्तिभूते सनातनि।
गुणाश्रये गुणमये नारायणि नमोस्तुते।।
धन अर्जन, संतान प्राप्ति में बाधा, संतान को कष्ट, दाम्पत्य समस्याओं या किसी भी तरह की परेशानियों को दूर करने के लिए इस मंत्र से शक्ति साधना असरदार व संकटमोचक होती है-
सर्व बाधा विनिर्मुक्तो, धन धान्य सुतान्वितः।
मनुष्यों मत्प्रसादेन भविष्यति न संशयः॥

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